‘यह सेना वेना सब नकली है’—समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने करणी सेना के विरोध के बीच आगरा से लेकर इटावा तक साफ शब्दों में अपना पक्ष रखा। आगरा में राणा सांगा की जयंती के अवसर पर करणी सेना के कार्यक्रम को लेकर उपजा विवाद सपा सांसद रामजीलाल सुमन तक पहुंच गया, जिनके घर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। अखिलेश यादव ने सपा कार्यकर्ताओं के सम्मान की रक्षा का संकल्प लेते हुए बीजेपी और उससे जुड़ी सेनाओं पर तीखा हमला बोला।
इटावा में अखिलेश यादव ने कहा, “अगर कोई हमारे सांसद रामजीलाल सुमन या हमारे किसी कार्यकर्ता का अपमान करेगा, तो समाजवादी उनके साथ चट्टान की तरह खड़े मिलेंगे। हम उनके सम्मान की लड़ाई लड़ेंगे। यह सेना वेना सब नकली है, ये सब बीजेपी के लोग हैं।”
अखिलेश ने करणी सेना की तुलना हिटलर की ट्रूपर से करते हुए कहा, “हिटलर अपने लोगों को वर्दी पहनाकर विरोधियों पर हमला करवाता था। यही काम आज बीजेपी कर रही है। ये जो सेना है, असल में बीजेपी की ट्रूपर है, न कि कोई जनसेवा की वाहिनी।”
उन्होंने यूपी सरकार को चेताया कि अगर किसी को खुली छूट दी गई है, तो इसके लिए खुद सरकार जिम्मेदार होगी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सत्ताधारी दल के आने के बाद आतंकवादी हमलों में इज़ाफा हुआ है और बड़ी संख्या में जवान शहीद हुए हैं।
यादव ने पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) की एकता पर बल देते हुए कहा कि हम 90 प्रतिशत आबादी को साथ लेकर चल रहे हैं। “जो कोरोना के समय वैक्सीन वैक्सीन चिल्ला रहे थे, अब बताइए, हार्ट अटैक बढ़े हैं कि नहीं? कैंसर की बीमारी भी सुनने में आ रही है,” उन्होंने तंज कसते हुए कहा।
उन्होंने संविधान को ‘कर्म ग्रंथ’ बताते हुए कहा, “बाबा साहब ने जो हमें अधिकार दिए, वे कोई मज़ाक नहीं हैं। वो जीवनभर भेदभाव सहते रहे, पानी तक नहीं पीने दिया जाता था। यही बुराई आज भी ज़िंदा है। ये घृणा सिर्फ भारत में दिखती है, और कहीं नहीं।”
फूलन देवी का उदाहरण देते हुए अखिलेश बोले, “इतना अपमान किसी महिला का नहीं हुआ जितना फूलन देवी जी का हुआ। नेताजी और समाजवादी पार्टी ने उन्हें संसद तक पहुंचाया, सम्मान दिलाया।”
अंत में उन्होंने बाबा साहब को श्रद्धांजलि देते हुए कहा, “उन्होंने हमें दुनिया का सबसे अच्छा संविधान दिया। आज हम सब पीडीए के लोग संकल्प लेते हैं कि चाहे कोई कितना भी ताकतवर क्यों न हो, हम बाबा साहब का संविधान नहीं बदलने देंगे।”