7 मई, बुधवार को उत्तर प्रदेश में एक बड़े स्तर पर मॉक ड्रिल होने जा रही है। गृह मंत्रालय के निर्देश पर की जा रही इस ड्रिल का मकसद आम लोगों को हवाई हमलों, ड्रोन अटैक्स और मिसाइल जैसी इमरजेंसी सिचुएशन्स में सही तरीके से रिएक्ट करना सिखाना है।
सुबह 7 बजे बजेगा सायरन, होगा ब्लैकआउट
ड्रिल सुबह 7 बजे शुरू होगी। जैसे ही सायरन बजेगा, पूरे राज्य में ब्लैकआउट लागू कर दिया जाएगा।
- घरों, दफ्तरों और सार्वजनिक जगहों की लाइटें बंद की जाएंगी
- लोग बंकर या मजबूत कमरों में जाकर शरण लेंगे
आम जनता और छात्र भी बनेंगे हिस्सा
सिविल डिफेंस डिपार्टमेंट आम लोगों और खासतौर पर छात्रों को कुछ ज़रूरी चीज़ें सिखाएगा, जैसे:
- फर्स्ट एड देना
- आग बुझाना
- सेफ जगह तक पहुंचना
- इमरजेंसी में कैसे कम्युनिकेट करें
- घायलों की मदद और मेडिकल सर्विस से जोड़ना
इन जिलों में हो रहा है अभ्यास
यह मॉक ड्रिल 15 बड़े जिलों में की जा रही है, जो कुल 26 जिलों को कवर करती है। इसमें लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, मेरठ, गोरखपुर और प्रयागराज जैसे शहर शामिल हैं।
इतना बड़ा अभ्यास पहली बार
1971 की जंग के बाद ये पहली बार है जब युद्ध जैसी सिचुएशन का इतना बड़ा पूर्वाभ्यास हो रहा है। इस दौरान ये भी टेस्ट किया जाएगा कि घायलों को कितनी जल्दी और सही तरीके से अस्पताल तक पहुंचाया जा सकता है।
सिर्फ तैयारी नहीं, लोगों की जागरूकता भी ज़रूरी
सीएम योगी आदित्यनाथ पहले ही सिविल डिफेंस को अहमियत दे चुके हैं। यह मॉक ड्रिल सरकार की तैयारी का टेस्ट तो है ही, लेकिन साथ ही ये भी देखेगा कि आम लोग इस तरह की सिचुएशन में कितने सजग हैं।