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यूपी पंचायत चुनाव में ओबीसी आरक्षण के लिए सरकार की नई तैयारी, बनेगा अलग आयोग

यूपी सरकार ने पंचायत चुनाव 2025 में ओबीसी आरक्षण तय करने के लिए 'ट्रिपल टेस्ट' आधारित आयोग बनाने की प्रक्रिया शुरू की है। परिसीमन और रोटेशन से तय होगा आरक्षण।

उत्तर प्रदेश में अगले साल की शुरुआत में होने वाले पंचायत चुनाव को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। सरकार ने तय किया है कि इस बार ओबीसी वर्ग को पंचायतों में आरक्षण देने के लिए एक अलग राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग (OBC Commission) बनाया जाएगा।

इस आयोग का काम होगा यह तय करना कि किन पंचायतों में ओबीसी को आरक्षण मिलना चाहिए, और ये सब कुछ सुप्रीम कोर्ट द्वारा तय किए गए ‘ट्रिपल टेस्ट’ के नियमों के मुताबिक किया जाएगा।

ट्रिपल टेस्ट क्या है?

सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि ओबीसी आरक्षण यूं ही नहीं दिया जा सकता, इसके लिए तीन ज़रूरी बातें पूरी करनी होंगी:

  1. पिछड़ेपन का सही आकलन: यानी किसी पंचायत में ओबीसी की सामाजिक स्थिति कैसी है, इसका अध्ययन किया जाए।
  2. जनसंख्या का आंकड़ा: उस पंचायत में ओबीसी कितने लोग हैं, इसका सही डेटा तैयार हो।
  3. कुल आरक्षण 50% से ज्यादा न हो: एससी, एसटी और ओबीसी को मिलाकर आरक्षण 50% से ऊपर नहीं जा सकता।

सरकार ने क्या शुरू कर दिया है?

  • पंचायती राज विभाग ने आयोग बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
  • पहले पंचायतों का नक्शा (परिसीमन) बदला जाएगा।
  • फिर तय किया जाएगा कि किन पंचायतों में किस वर्ग को आरक्षण मिलेगा।
  • इस बार ओबीसी के साथ-साथ जिन वर्गों को अब तक आरक्षण नहीं मिला है, उन्हें भी ध्यान में रखा जाएगा।

पिछली बार क्या हुआ था

2023 के नगर निकाय चुनावों में ओबीसी आरक्षण को लेकर काफी विवाद हुआ था।
हाई कोर्ट ने चुनाव पर रोक लगा दी थी क्योंकि सरकार ने पुराने फार्मूले पर काम किया था।
बाद में आयोग बना, रिपोर्ट आई, तब जाकर चुनाव हुए।

अब सरकार उसी गलती को दोहराना नहीं चाहती, इसलिए पहले से ही सही प्रक्रिया अपनाने में जुट गई है।

ओम प्रकाश राजभर ने क्या कहा?

पंचायती राज मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा:

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ओबीसी के आरक्षण और सर्वे को सही तरीके से करने के लिए एक अलग आयोग बनाया जाएगा। परिसीमन के बाद आरक्षण तय होगा।

उन्होंने कहा कि इस बार कोशिश रहेगी कि हर उस पंचायत को आरक्षण मिले जो अब तक इससे वंचित रही है।

क्या बदलेगा इस बार?

  • पिछली बार 1995 के आंकड़ों पर आरक्षण दिया गया था।
  • कोर्ट ने कहा था, 2015 के आंकड़े सही हैं।
  • इस बार सरकार हर वर्ग को न्याय देने की योजना बना रही है।
  • पंचायत चुनाव से पहले पूरा होमवर्क किया जा रहा है।

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शिवम कुमार एक समर्पित और अनुभवी समाचार लेखक हैं, जो वर्तमान में OBCAWAAZ.COM के लिए कार्यरत हैं। पत्रकारिता के क्षेत्र में गहरी रुचि रखने वाले शिवम निष्पक्ष, तथ्यात्मक और शोध-आधारित समाचार प्रस्तुत करने के लिए जाने जाते हैं। उनका प्रमुख फोकस सामाजिक मुद्दों, राजनीति, शिक्षा, और जनहित से जुड़ी खबरों पर रहता है। अपने विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण और सटीक लेखन शैली के माध्यम से वे पाठकों तक विश्वसनीय और प्रभावशाली समाचार पहुँचाने का कार्य करते हैं। शिवम कुमार का उद्देश्य निष्पक्ष और जिम्मेदार पत्रकारिता के जरिए समाज में जागरूकता फैलाना और लोगों को सटीक जानकारी प्रदान करना है।

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