22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की बैसारन घाटी में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच हालात और बिगड़ गए हैं। इस पूरे घटनाक्रम को देखते हुए अमेरिका ने दोनों देशों से शांति बनाए रखने और बातचीत के जरिए हल निकालने की अपील की है।
अमेरिका की कोशिशें
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो जल्द ही भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों से बातचीत करने वाले हैं। अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने कहा, “हम दोनों देशों से लगातार संपर्क में हैं और यही कह रहे हैं कि हालात और न बिगड़ने दें।” उन्होंने यह भी बताया कि अमेरिका दूसरे देशों के नेताओं से भी कह रहा है कि वे इस मसले पर सक्रिय भूमिका निभाएं।
भारत-पाक के बीच बढ़ता तनाव
भारत ने इस हमले के लिए सीधे पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया है, जबकि पाकिस्तान ने इन आरोपों को नकारते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है। इसके बाद भारत ने 1960 की सिंधु जल संधि को सस्पेंड कर दिया है और जवाब में पाकिस्तान ने अपने हवाई क्षेत्र से भारतीय विमानों को बैन कर दिया है। सीमा पर भी फायरिंग की घटनाएं सामने आई हैं, जिससे तनाव और बढ़ गया है।
दुनियाभर में चिंता
संयुक्त राष्ट्र ने दोनों देशों से संयम बरतने और कूटनीतिक रास्ता अपनाने की अपील की है। रूस और ब्रिटेन ने अपने नागरिकों को पाकिस्तान की यात्रा को लेकर चेतावनी जारी की है। वहीं अमेरिका ने जम्मू-कश्मीर के लिए ‘यात्रा न करने’ की चेतावनी दी है। इसकी वजह है वहां बढ़ता हुआ आतंकवाद और लगातार बनी हुई अशांति, जिससे सुरक्षा को लेकर गंभीर खतरे बने हुए हैं।