झारखंड सरकार में मंत्री और कांग्रेस नेता इरफान अंसारी ने वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ कड़ा विरोध जताया है। उन्होंने इसे संविधान पर हमला करार देते हुए केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि यह विधेयक जबरन संसद में पारित किया गया, जिसका उद्देश्य अल्पसंख्यकों के अधिकारों को छीनना है।
बीजेपी ने पूरे देश को तबाह कर दिया’
लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पारित होने के बाद इरफान अंसारी ने एक्स पर अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने लिखा, “वक्फ बिल हमारे संविधान पर सीधा हमला है। इतिहास में आज का दिन काले अक्षरों में लिखा जाएगा। देश को झंझावात में झोंकने वाली बीजेपी को इतिहास कभी माफ नहीं करेगा। भारतीय हमेशा से शांति के प्रतीक रहे हैं, लेकिन बीजेपी ने पूरे देश को तबाह करके रख दिया है।”
अल्पसंख्यकों के अधिकारों पर हमला’
झारखंड सरकार के मंत्री ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा, “देश में अमन-चैन की जगह सिर्फ और सिर्फ नफरत और हिन्दू-मुस्लिम विभाजन रह गया है, जबकि विश्व प्रतिदिन विज्ञान के क्षेत्र में इतिहास रचने को आतुर है। इसके विपरीत, मोदी सरकार किसी एक वर्ग का हक छीनने पर आमदा है। यह बिल असंवैधानिक है और मूल अधिकारों का उल्लंघन करता है।”
यह विधेयक जबरन थोपा गया’
अंसारी ने आरोप लगाया कि यह बिल जबरन संसद में लाया गया है। उन्होंने कहा, “इस बिल को जबरन संसद में लाया गया है, जिसका उद्देश्य अल्पसंख्यकों के अधिकारों को छीनना है। आज सरकार की नजर एक खास समुदाय की जमीन पर है, तो कल उनकी नजर समाज के दूसरे अल्पसंख्यकों की जमीन पर होगी। यह सरकार तानाशाही रवैया अपनाकर लोकतांत्रिक मूल्यों को कुचल रही है।”
सेक्युलर का चोला पहनकर घी पीने वाले नीतीश-नायडू’
इरफान अंसारी ने अपने बयान में सिर्फ बीजेपी ही नहीं, बल्कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “सेक्युलर का चोला पहनकर घी पीने वाले नीतीश-नायडू और चिराग को जनता कभी माफ नहीं करेगी। जनता इनकी साजिशों को भली-भांति समझ चुकी है और समय आने पर इनसे हिसाब लेगी।”
हम इस अन्याय के खिलाफ आवाज उठाते रहेंगे’
झारखंड सरकार के मंत्री ने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी इस विधेयक को पूरी तरह खारिज करती है। उन्होंने कहा, “यह बिल पूरी तरह अस्वीकार्य है और हम इसे पूरी तरह खारिज करते हैं। इसके खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी और हम हर संवैधानिक और शांतिपूर्ण तरीके से इस अन्याय के खिलाफ अपनी आवाज उठाते रहेंगे।”