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ट्रंप के टैरिफ से हिला बाजार, पर वॉरेन बफेट पर कोई असर नहीं!

ट्रंप के टैरिफ फैसले से जहां वैश्विक अरबपति संपत्ति में भारी गिरावट आई, वहीं वॉरेन बफेट की समझदारी भरी निवेश रणनीति ने उन्हें नुकसान से बचाया।तकनीकी शेयरों से दूरी और सुरक्षित निवेशों में भरोसे ने उन्हें 2025 में अब तक $12.7 बिलियन का मुनाफा दिलाया।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा सभी वैश्विक आयातों पर भारी भरकम ‘प्रतिस्पर्धात्मक टैरिफ’ लगाने की घोषणा के बाद, वैश्विक शेयर बाजारों में भारी गिरावट देखी गई। भारत सहित कई देशों पर 26% तक आयात शुल्क लगाने की घोषणा के बाद, दो दिनों के भीतर ही शीर्ष अरबपतियों की संयुक्त संपत्ति में 208 अरब डॉलर की गिरावट आ गई।

लेकिन इस गहन आर्थिक उथल-पुथल के बीच भी एक व्यक्ति ऐसा था, जिसकी संपत्ति न सिर्फ सुरक्षित रही बल्कि उसमें उल्लेखनीय वृद्धि भी हुई — वॉरेन बफेट, जिन्हें ‘ओरेकल ऑफ ओमाहा’ के नाम से जाना जाता है।

जहां एलन मस्क, जेफ बेजोस और मार्क जुकरबर्ग जैसे तकनीकी क्षेत्र के दिग्गज अरबों की संपत्ति गंवा बैठे, वहीं बफेट ने 2025 में अब तक $12.7 बिलियन की वृद्धि दर्ज की। उनका कुल नेट वर्थ अब $155 बिलियन है, जो बिल गेट्स के बराबर है।

तकनीकी दिग्गजों की संपत्ति में ऐतिहासिक गिरावट

  • मार्क जुकरबर्ग (Meta): $17.9 बिलियन की गिरावट, कंपनी के शेयरों में 9% की गिरावट।
  • जेफ बेजोस (Amazon): $15.9 बिलियन का नुकसान, 2022 के बाद की सबसे बड़ी गिरावट।
  • एलन मस्क (Tesla): $11 बिलियन की हानि, शेयरों में 5.5% की गिरावट।

S&P 500 सूचकांक ने दो दिनों में $5.06 ट्रिलियन का बाजार पूंजीकरण गंवाया।
Nasdaq ने आधिकारिक रूप से Bear Market में प्रवेश कर लिया, जबकि Dow Jones 10% से अधिक की गिरावट के साथ Correction Zone में आ गया — यह स्थिति 2020 की कोविड महामारी के बाद पहली बार देखने को मिली है।

बफेट की दूरदर्शी रणनीति: जोखिम से सुरक्षा और स्थायित्व की मिसाल

93 वर्षीय वॉरेन बफेट की सफलता का रहस्य उनकी मूल्य-आधारित दीर्घकालिक निवेश रणनीति में छिपा है। उनकी निवेश कंपनी Berkshire Hathaway ने 2024 में $134 बिलियन के शेयरों की बिक्री की, जब उन्हें शेयर बाजार में अधिक मूल्यांकन और संभावित गिरावट का पूर्वाभास हुआ।

उन्होंने भारी मात्रा में नकद धनराशि ($334 बिलियन) अल्पकालिक अमेरिकी ट्रेजरी बिलों में निवेश की, जिससे उन्हें न केवल सुरक्षा मिली बल्कि स्थिर रिटर्न भी प्राप्त हुआ।

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बफेट ने Apple में अपनी हिस्सेदारी दो-तिहाई तक कम कर दी — जो बाद में 28% गिर गया, चीन पर टैरिफ के कारण आपूर्ति शृंखला प्रभावित हुई। इसके अलावा, उन्होंने Bank of America और Citigroup में भी अपनी हिस्सेदारी घटाई, जो अब तक 20% से अधिक गिर चुके हैं।

Berkshire Hathaway के क्लास B शेयरों में वर्ष की शुरुआत से अब तक 9% की वृद्धि हुई है, जबकि तकनीकी शेयरों में बड़ी गिरावट देखी गई।

एक स्थायी सबक: पुरानी रणनीति, आज भी लाभकारी

जब वैश्विक अर्थव्यवस्था मंदी की ओर अग्रसर है और निवेशक भयभीत हैं, तब वॉरेन बफेट का यह संदेश स्पष्ट है — “धैर्य, विवेक और मूल्य-आधारित निवेश रणनीति लंबे समय में सबसे अधिक फलदायी सिद्ध होती है।”

ट्रंप के टैरिफ फैसले ने जहां पूरी दुनिया को आर्थिक अनिश्चितता में धकेल दिया, वहीं बफेट की सूझबूझ और निवेश अनुशासन ने एक बार फिर उन्हें दुनिया के सबसे विश्वसनीय निवेशकों की सूची में शीर्ष पर ला खड़ा किया है।

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