सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ जब गुजरात टाइटंस मुश्किल में फंसी थी, तब वॉशिंगटन सुंदर को अचानक नंबर-4 पर भेजा गया। इस फैसले ने न सिर्फ मैच का रुख बदला, बल्कि फैन्स के बीच चर्चा भी छेड़ दी कि ये मास्टरस्ट्रोक किसका था। और अब वॉशिंगटन सुंदर ने खुद बताया नंबर-4 का राज, जिसे सुनकर हर कोई चौंक गया।
ऐसे मुश्किल वक्त में कप्तान शुभमन गिल मैदान पर उतरे। लेकिन असली मैच पलटा वॉशिंगटन सुंदर की एंट्री से, जिन्होंने पावरप्ले के आखिरी ओवर में ही 20 रन ठोक दिए। फिर गिल के साथ 90 रनों की दमदार साझेदारी कर टीम को जीत की ओर बढ़ाया। भले ही सुंदर सिर्फ 1 रन से फिफ्टी से चूक गए, लेकिन उन्होंने जिस अंदाज में पारी खेली, वो काबिल-ए-तारीफ थी।
मैच के बाद सभी यही पूछते नज़र आए कि सुंदर को नंबर-4 पर भेजने का फैसला किसने किया? क्योंकि इंपैक्ट प्लेयर नियम आने के बाद से वॉशिंगटन सुंदर को प्लेइंग इलेवन में जगह मिलना भी मुश्किल हो रहा था।
खुद वॉशिंगटन सुंदर ने इस सवाल का जवाब दिया। उन्होंने कहा,
“गिल मुझे लगातार कह रहे थे कि मैच को जितना हो सके गहराई तक लेकर जाओ। मुझे शुरुआत अच्छी मिली थी और मैं मैच को खत्म करना चाहता था। हैदराबाद की पिच दूसरी पारी में थोड़ी आसान हो जाती है, इसलिए रनचेज करना आसान लगता है।”
उन्होंने आगे बताया,
“जब दो विकेट जल्दी गिर गए, तो कोच ने मुझे नंबर-4 पर भेजने का फैसला किया। मेरे लिए ये एक खास मौका था और मैंने उसे दोनों हाथों से पकड़ा।”
यानी इस जीत की असली चाबी थी कोच की सोच, जिसने ना सिर्फ सुंदर को मौका दिया बल्कि टीम के लिए बड़ा फर्क भी ला दिया।