नासा की मशहूर अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स की सफलता में उनके पति माइकल जे. विलियम्स का बड़ा योगदान रहा है। माइकल अमेरिकी नौसेना में पायलट रह चुके हैं और सुनीता की अंतरिक्ष यात्रा में हमेशा उनके सबसे बड़े समर्थक रहे हैं। उनकी प्रेम कहानी नौसेना अकादमी से शुरू होकर अंतरिक्ष तक पहुंची है।
कैसे हुई मुलाकात?
सुनीता और माइकल की मुलाकात 1987 में मैरीलैंड की यूएस नेवल अकादमी में हुई थी। दोनों ही उस समय नौसेना में प्रशिक्षण ले रहे थे और यहीं से उनकी दोस्ती गहरी हुई। यह दोस्ती जल्द ही प्यार में बदल गई और दोनों ने एक सादे समारोह में शादी कर ली।
धार्मिक आस्था और जीवन के प्रति समान सोच
माइकल विलियम्स हिंदू धर्म में गहरी आस्था रखते हैं और सुनीता की आध्यात्मिक यात्रा में उनका पूरा समर्थन करते रहे हैं। सुनीता जब अंतरिक्ष मिशन पर गई थीं, तब वे अपने साथ भगवद गीता, उपनिषद और भगवान शिव की तस्वीर लेकर गई थीं। माइकल ने हमेशा उनकी इस आस्था का सम्मान किया है और दोनों की सोच एक-दूसरे से काफी मिलती है।
पारिवारिक जीवन और जानवरों से प्यार
हालांकि सुनीता और माइकल के बच्चे नहीं हैं, लेकिन दोनों को जानवरों से खास लगाव है। वे अपने पालतू कुत्तों के साथ समय बिताना पसंद करते हैं। सुनीता ने एक बार गुजरात से एक बच्चे को गोद लेने की इच्छा भी जताई थी, लेकिन इस पर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया।
सफल रिश्ते की मिसाल
माइकल ने न केवल सुनीता के करियर को सपोर्ट किया, बल्कि हर मुश्किल घड़ी में उनके साथ खड़े रहे। चाहे सुनीता के कठिन अंतरिक्ष मिशन रहे हों या निजी जीवन के फैसले, माइकल हमेशा उनके साथ मजबूती से खड़े रहे। दोनों का रिश्ता प्यार, सम्मान और समझदारी पर टिका है।
यह कहानी दिखाती है कि सच्चा प्यार और आपसी समझ हर मुश्किल को आसान बना सकता है। सुनीता और माइकल की जोड़ी एक प्रेरणा है कि कैसे दो लोग अपने करियर और व्यक्तिगत जीवन में संतुलन बनाकर सफलता हासिल कर सकते हैं।