योगी सरकार पर गरजे अखिलेश यादव, कहा- सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी इस बात का प्रमाण है कि उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था अब पूरी तरह चरमरा गई है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जो बातें उनकी पार्टी लगातार उठाती रही है, आज सुप्रीम कोर्ट ने भी उसे मान्यता दी है।
अखिलेश यादव मंगलवार को जौनपुर के खुटहन ब्लॉक पहुँचे थे, जहाँ उन्होंने पूर्व प्रमुख सरजू देई के दिवंगत पति धर्मराज यादव को श्रद्धांजलि दी। मीडिया से बातचीत में उन्होंने प्रदेश के हालात को लेकर सरकार को घेरा और कहा कि अधिकारी बेलगाम हो चुके हैं, निर्दोष लोगों को झूठे मुकदमों में फंसाया जा रहा है, और खुलेआम वसूली की जा रही है।
उन्होंने बताया कि जौनपुर में हाल के वर्षों में हत्या, लूट और फर्जी एनकाउंटर की कई घटनाएं सामने आई हैं। एक घटना का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा कि एक मासूम बच्चे को सिर्फ इसलिए मार दिया गया क्योंकि वह टिकटॉक वीडियो बना रहा था। अखिलेश ने आरोप लगाया कि पुलिस जब फर्जी एनकाउंटर में एक समुदाय के युवक को मारने के बाद घिरी, तो “बैलेंस” करने के नाम पर एक क्षत्रिय युवक को भी मार दिया गया।
वक्फ कानून को लेकर भी अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए धर्म की आड़ ले रही है। समाजवादी पार्टी ने संसद में इस कानून का विरोध किया है और आगे भी इसका विरोध जारी रहेगा।
स्वास्थ्य, शिक्षा और बिजली के मोर्चे पर भी उन्होंने भाजपा सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि जौनपुर में समाजवादी सरकार के कार्यकाल में शुरू किया गया मेडिकल कॉलेज अब भी अधूरा है। ना तो नई बिजली परियोजनाएं शुरू की गईं, और ना ही पुरानी सेवाओं में कोई सुधार किया गया, भाजपा केवल मीटर बदलने में व्यस्त रही।
महिलाओं की सुरक्षा पर उन्होंने गंभीर चिंता जताई और कहा कि उत्तर प्रदेश आज महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित राज्य बन चुका है। वाराणसी और बरेली जैसी घटनाएं इसका प्रमाण हैं, जहाँ अब पुलिस खुद माफिया जैसा बर्ताव करने लगी है।
रामजी लाल सुमन के बयान पर उठे विवाद को लेकर उन्होंने कहा कि जब उन्होंने स्वयं माफ़ी मांग ली और उनके शब्द कार्यवाही से हटा दिए गए, तो अब विवाद की कोई आवश्यकता नहीं है। अगर भविष्य में उनके साथ कुछ गलत होता है तो इसकी ज़िम्मेदारी मुख्यमंत्री की होगी।
अंत में अखिलेश यादव ने 2027 में सत्ता परिवर्तन का भरोसा जताते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) के हर पीड़ित व्यक्ति के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि महंगाई और बेरोजगारी की मार झेल रही जनता अब बदलाव चाहती है और 2027 में उत्तर प्रदेश में समाजवादी सरकार की वापसी तय है।