अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने बुधवार को ब्याज दरों को 4.25%-4.50% के मौजूदा स्तर पर बनाए रखने का फैसला किया। हालांकि, फेड अधिकारियों का कहना है कि वे इस साल के अंत तक 0.5% की कटौती की उम्मीद कर रहे हैं। लेकिन चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने साफ कर दिया कि किसी भी फैसले से पहले अर्थव्यवस्था और ट्रंप प्रशासन की नीतियों को लेकर अधिक स्पष्टता जरूरी होगी।
“जल्दबाजी में कोई फैसला नहीं” – पॉवेल
बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में पॉवेल ने कहा, “हम किसी भी निर्णय में जल्दबाजी नहीं करेंगे।” उन्होंने बताया कि मौजूदा हालात में अनिश्चितता असामान्य रूप से अधिक है। ट्रंप प्रशासन द्वारा आयात शुल्क (टैरिफ) बढ़ाने के कारण महंगाई दर में तेजी आई है, जबकि आर्थिक विकास दर धीमी पड़ी है। ये दोनों कारक फेड के लिए विपरीत नीतिगत प्रतिक्रिया की मांग करते हैं।
बेरोजगारी और महंगाई में बदलाव
फेड ने इस साल मुद्रास्फीति दर 2.7% रहने का अनुमान लगाया है, जो पहले 2.5% थी। साथ ही, आर्थिक विकास दर को 2.1% से घटाकर 1.7% कर दिया गया है। बेरोजगारी दर भी साल के अंत तक थोड़ी बढ़ सकती है।
बाजार पर असर
फेड के इस फैसले के बाद अमेरिकी शेयर बाजार में सकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिली। S&P 500 में 1% और Nasdaq में 1.4% की बढ़त दर्ज की गई। ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद के चलते बॉन्ड यील्ड में गिरावट आई, जबकि डॉलर इंडेक्स हल्की बढ़त के साथ बंद हुआ।
आगे की राह
फेडरल रिजर्व का मानना है कि वह नीतिगत दरों में कटौती के लिए तैयार है, लेकिन अभी कुछ और आंकड़ों का इंतजार किया जाएगा। ट्रंप प्रशासन की आयात शुल्क नीति और आर्थिक प्रभाव को ध्यान में रखते हुए ही आगे का फैसला लिया जाएगा।