अमेरिका में रहने की सोच रहे भारतीयों के लिए अब सतर्क होने का समय आ गया है। डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन की सख्त इमिग्रेशन नीतियों के चलते, अमेरिका में भारत से गए वीजा धारकों पर कड़ी नज़र रखी जा रही है। हाल ही में भारत में अमेरिकी दूतावास ने एक नई चेतावनी जारी की है जिसमें कहा गया है कि अगर कोई भी भारतीय नागरिक अपने वीजा की तय अवधि से अधिक समय तक अमेरिका में रुकता है, तो उसे डिपोर्ट किया जा सकता है और भविष्य में अमेरिका यात्रा पर स्थायी बैन भी लगाया जा सकता है।
दूतावास की इस चेतावनी में कहा गया है,
“यदि आप अमेरिका में अपने अधिकृत प्रवास की अवधि से अधिक समय तक रहते हैं, तो आपको देश से निकाला जा सकता है और भविष्य में अमेरिका आने पर स्थायी रोक लग सकती है।”
यह चेतावनी भारतीय नागरिकों के लिए खास तौर पर अहम है क्योंकि अमेरिका में हर साल लाखों भारतीय काम, पढ़ाई और घुमने के मकसद से जाते हैं। इनमें से कई लोग जानबूझकर या जानकारी की कमी के कारण तय अवधि से ज़्यादा समय वहां रुक जाते हैं। अब इस तरह की गलती भारी पड़ सकती है।
नई गाइडलाइन: 30 दिन से ज़्यादा रुकने पर रजिस्ट्रेशन ज़रूरी
ट्रंप प्रशासन ने हाल ही में एक और सख्त नियम लागू किया है। इसके तहत जो भी विदेशी नागरिक अमेरिका में 30 दिनों से ज़्यादा समय बिता रहे हैं, उन्हें फेडरल गवर्नमेंट के पास रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य होगा। यह कदम अवैध प्रवासियों की पहचान और निगरानी के मकसद से उठाया गया है।
दो भारतीय मामलों ने खींचा ध्यान
अमेरिका में दो हालिया मामलों ने साफ कर दिया है कि अब नियमों का उल्लंघन करने वालों को कोई राहत नहीं मिलने वाली।
1. रंजनी श्रीनिवासन का मामला
रंजनी, कोलंबिया यूनिवर्सिटी में पीएचडी कर रही थीं। उन पर आरोप लगा कि उन्होंने एक प्रो-पलस्तीन प्रदर्शन में हिस्सा लिया, हालांकि उन्होंने इसे नकारा। इसके बाद उनका वीज़ा रद्द कर दिया गया। गिरफ्तारी से बचने के लिए रंजनी कनाडा भाग गईं। अमेरिकी प्रशासन ने उनके केस को एक उदाहरण के रूप में पेश किया कि कैसे लोग खुद से देश छोड़कर गिरफ्तारी से बच सकते हैं।
2. बदर खान सूरी की गिरफ्तारी
बदर खान सूरी, जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी में स्कॉलर हैं। उन्हें हमास से कथित संबंधों के चलते गिरफ्तार किया गया। उनकी पत्नी, अहमद यूसुफ की बेटी हैं जो कि हमास नेता इस्माइल हनीयेह के करीबी माने जाते हैं। हालांकि कोर्ट ने बाद में यह कहते हुए उन्हें रिहा कर दिया कि ट्रंप प्रशासन उनके खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं पेश कर पाया।
इमिग्रेशन पर ट्रंप की नीति
डोनाल्ड ट्रंप की सरकार शुरू से ही इमिग्रेशन को लेकर बेहद सख्त रही है। ट्रंप ने अपने पहले दिन ही 14वें संशोधन में दिए गए “जन्म से नागरिकता” के प्रावधान को चुनौती देने की कोशिश की थी। इसके अलावा, ट्रंप प्रशासन लगातार अवैध प्रवासियों की पहचान, गिरफ्तारी और डिपोर्टेशन की प्रक्रिया तेज कर रहा है। साथ ही सेल्फ-डिपोर्टेशन को भी बढ़ावा दिया जा रहा है।
भारतीयों को क्या करना चाहिए?
जो भी भारतीय नागरिक अमेरिका जाने की योजना बना रहे हैं, या पहले से वहां रह रहे हैं, उन्हें अब बहुत ही सावधानी बरतनी होगी। वीज़ा की शर्तों का उल्लंघन न करें। अपनी वीज़ा अवधि पर नज़र रखें और वक़्त से पहले अपने दस्तावेज़ अपडेट कराते रहें।
अगर वीज़ा एक्सटेंशन की ज़रूरत हो, तो समय रहते आवेदन करें और किसी इमिग्रेशन वकील से सलाह जरूर लें।
याद रखें ; एक छोटी सी गलती, जैसे कुछ दिन ज़्यादा रुक जाना, आपके अमेरिका में भविष्य के सभी मौकों को खत्म कर सकता है।