अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के तीसरे कार्यकाल की अटकलों पर विराम लगाते हुए अमेरिकी अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी ने रविवार को कहा कि संवैधानिक रूप से ऐसा करना बेहद मुश्किल होगा। बॉन्डी ने स्पष्ट किया, “मैं चाहती हूं कि वे 20 साल तक राष्ट्रपति रहें, लेकिन मेरा मानना है कि इस कार्यकाल के बाद उनका सफर शायद खत्म हो जाएगा।”
बता दें कि राष्ट्रपति ट्रंप ने हाल ही में एनबीसी न्यूज को दिए इंटरव्यू में कहा था कि वे तीसरे कार्यकाल के लिए “मजाक नहीं कर रहे हैं” और कुछ “विधिक उपाय” ऐसे हैं, जिनके जरिए यह संभव हो सकता है।
हालांकि, 1947 में अमेरिकी संविधान में 22वां संशोधन लाकर राष्ट्रपति पद की अधिकतम सीमा दो कार्यकाल तय की गई थी। यह संशोधन उस समय लाया गया था जब फ्रैंकलिन डी. रूज़वेल्ट ने चौथे कार्यकाल की शुरुआत की थी, लेकिन जल्द ही उनका निधन हो गया।
संविधान में संशोधन करना आसान नहीं है — इसके लिए कांग्रेस के दोनों सदनों से दो-तिहाई बहुमत और 50 में से 38 राज्यों की मंजूरी आवश्यक होती है। बॉन्डी ने भी माना, “संविधान बदलना ही एकमात्र तरीका है, और यह बेहद कठिन प्रक्रिया होगी।”
गौरतलब है कि पाम बॉन्डी, जो पहले फ्लोरिडा की अटॉर्नी जनरल रही हैं, ट्रंप की कट्टर समर्थक मानी जाती हैं और अब देश की शीर्ष कानूनी पद पर हैं। ऐसे में उनके बयान को अतिरिक्त महत्व दिया जा रहा है।
कानूनी मोर्चे पर सरकार का रुख आक्रामक
इंटरव्यू के दौरान बॉन्डी ने बताया कि ट्रंप प्रशासन के खिलाफ अब तक 170 से अधिक मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा, “यही असली संवैधानिक संकट है। हम हर केस में मजबूती से लड़ते रहेंगे।”
उन्होंने न्यूयॉर्क में दिसंबर 2024 में हुए हत्या मामले पर सरकार की सख्त नीति का समर्थन करते हुए बताया कि राष्ट्रपति के निर्देशानुसार, जहां संभव हो वहां मृत्युदंड मांगा जाएगा। इस मामले में लुइगी मैंगियोन पर हेल्थ इंश्योरेंस एग्जीक्यूटिव ब्रायन थॉम्पसन की सरेआम हत्या का आरोप है।
बॉन्डी ने हाल ही में सुप्रीम कोर्ट में मिली कानूनी जीत का भी जिक्र किया। यह मामला शिक्षा विभाग द्वारा विविधता, समानता और समावेशन (DEI) कार्यक्रमों के लिए तय $64 मिलियन की फंडिंग पर रोक लगाने को लेकर था। कोर्ट ने सरकार के फैसले को बरकरार रखा। बॉन्डी ने खुशी जाहिर करते हुए कहा, “यह एक शानदार जीत है और हम रोज़ इस तरह की लड़ाइयाँ लड़ते रहेंगे।”