भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने पाकिस्तान के लिए जासूसी कर रहे एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया है, जिसमें छह लोगों की गिरफ्तारी की गई है। इस गिरोह में हरियाणा के नूंह से अरमान, पंजाब के मलेरकोटला से मुस्लिम विधवा गजाला, यामीन मोहम्मद, कैथल से देविंदर सिंह ढिल्लों, और सबसे चर्चित नाम यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा का है। इन सभी पर आरोप है कि इन्होंने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए भारत से संवेदनशील जानकारी एकत्र की और साझा की।
कैसे पकड़ी गई ज्योति मल्होत्रा?
हिसार पुलिस के सूत्रों के अनुसार, ज्योति मल्होत्रा पहली बार सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर तब आई जब उसने 2024 में पाकिस्तान का दौरा किया। अप्रैल 2024 में ज्योति ने लगभग 12 दिनों तक पाकिस्तान की यात्रा की, जिसके बाद वह जून में चीन भी गई। चीन में ज्योति को महंगी ज्वेलरी की दुकानों और लग्जरी कारों में घूमते देखा गया, जिससे उसकी आर्थिक स्थिति और मकसद पर एजेंसियों को शक हुआ। यहीं से उस पर निगरानी शुरू कर दी गई।

यूट्यूब चैनल और पाकिस्तान कनेक्शन
ज्योति का यूट्यूब चैनल ‘Travel With Jo’ नाम से था, जिसमें वह अपने विदेशी दौरे साझा करती थी। पाकिस्तान के लिए वीजा लेने के लिए वह नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी दूतावास गई थी, जहां उसकी मुलाकात दानिश नामक व्यक्ति से हुई। दोनों ने नंबर एक्सचेंज किए और फिर उनकी बातचीत व्यक्तिगत संबंधों तक पहुंच गई। इसके बाद, 2023 में ज्योति को पाकिस्तान के लिए 10 दिन का वीजा मिला, जहां उसने खुफिया एजेंसी ISI के अधिकारियों से मुलाकात की।

ISI एजेंट से संबंध और जासूसी का तरीका
ज्योति ने पाकिस्तान में एक खुफिया अधिकारी शाकिर के नंबर को अपने फोन में “जट रंधावा” के नाम से सेव किया था, ताकि किसी को शक न हो। भारत लौटने के बाद उसने वॉट्सऐप, टेलीग्राम और स्नेपचैट जैसे माध्यमों से पाकिस्तान को संवेदनशील सूचनाएं भेजनी शुरू कर दीं। हालांकि, उसने कौन-सी जानकारियां साझा कीं, इसका खुलासा अब तक नहीं हुआ है। फिलहाल उसका मोबाइल, लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान जब्त कर लिया गया है और उसे 5 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।

सोशल मीडिया पर पाकिस्तान की छवि सुधारने की जिम्मेदारी
ज्योति को पाकिस्तान की तरफ से सोशल मीडिया पर उसकी छवि को सकारात्मक दिखाने का काम सौंपा गया था। वह PIO (पाकिस्तानी इंटेलिजेंस ऑपरेटिव) के एक एजेंट के साथ रिश्ते में भी थी और दोनों हाल ही में बाली (इंडोनेशिया) में एक हफ्ते तक साथ भी रहे। इससे एजेंसियों को उसकी नीयत और गतिविधियों को लेकर और ज्यादा संदेह हुआ।

कानूनी धाराएं और संभावित सजा
ज्योति मल्होत्रा के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (BNS) की धारा 152 और आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम, 1923 की धारा 3, 4 और 5 के तहत मामला दर्ज किया गया है। इन धाराओं के तहत 3 साल की न्यूनतम सजा से लेकर उम्रकैद तक की सजा हो सकती है। साथ ही, यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा हुआ है, इसलिए इसकी जांच कई एजेंसियों द्वारा की जा रही है।
क्या है पहलगाम नरसंहार से कनेक्शन?
एक अहम और संदेहास्पद बात यह भी है कि ज्योति दिसंबर 2024 से जनवरी 2025 के बीच पहलगाम गई थी। इसके कुछ ही समय बाद मार्च में वह पाकिस्तान पहुंची। इसके चलते कुछ लोगों ने उसका नाम पहलगाम नरसंहार से जोड़ना शुरू किया है, हालांकि जांच एजेंसियों ने अभी तक ऐसा कोई सीधा सबूत नहीं दिया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियां हर एंगल से जांच कर रही हैं।